बढ़ती महंगाई: आम जनता पर बढ़ता बोझ

मो आदिल शमीम | नई दिल्ली

भारत में महंगाई लगातार बढ़ रही है, जिससे आम जनता की जेब पर भारी असर पड़ रहा है। खाद्य पदार्थों से लेकर ईंधन तक, हर चीज के दाम आसमान छू रहे हैं। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, सब्जियां, दूध, दालें और रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में इजाफा हुआ है। इस बढ़ती महंगाई से निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।   खाने-पीने की चीजों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है। टमाटर, प्याज, आलू, दालें और अनाज जैसी आवश्यक वस्तुएं आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही हैं। हाल ही में जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य महंगाई दर 8% से ऊपर पहुंच गई है। सब्जियों की कीमतों में 20% तक की बढ़ोतरी देखी गई है, जबकि दालों के दामों में 15% तक इजाफा हुआ है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि का असर ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स और उत्पादन लागत पर पड़ा है, जिससे अन्य वस्तुएं भी महंगी हो गई हैं। पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ₹5-₹7 प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके अलावा, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी इजाफा हुआ है, जिससे गृहणियों का बजट बिगड़ गया है।

महंगाई बढ़ने के मुख्य कारण

  1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि – भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होने पर देश में ईंधन के दाम भी बढ़ जाते हैं।
  2. मौसम की मार और फसल उत्पादन में कमी – खराब मौसम और बाढ़-सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल उत्पादन में गिरावट आई है, जिससे खाद्य पदार्थ महंगे हो गए हैं।
  3. लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन लागत में बढ़ोतरी – पेट्रोल-डीजल महंगा होने से परिवहन लागत बढ़ जाती है, जिससे वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ जाती हैं।
  4. वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में बाधाएं – रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य वैश्विक घटनाओं के कारण आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है, जिससे कई जरूरी वस्तुएं महंगी हो गई हैं।
  5. मुद्रास्फीति (Inflation) में वृद्धि – देश में कुल मिलाकर महंगाई दर बढ़ रही है, जिससे हर क्षेत्र में कीमतों में वृद्धि हो रही है।

बढ़ती महंगाई का सबसे ज्यादा असर गरीब और मध्यम वर्ग पर पड़ा है। आम लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना मुश्किल होता जा रहा है। एक तरफ आय नहीं बढ़ रही है, वहीं खर्चे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे बचत पर भी असर पड़ा है, और कई लोग कर्ज लेने को मजबूर हो रहे हैं। सरकार ने महंगाई पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स में कटौती, भंडारण नीति में सुधार और किसानों को सहायता देने जैसी योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी मौद्रिक नीति के जरिए महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है।

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